डॉ. बी.आर. अम्बेडकर: भारतीय संविधान निर्माता और सामाजिक सुधारक।

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           डॉ. भीमराव अम्बेडकर भारतीय इतिहास में एक महान व्यक्तित्व हैं। उन्हें 'भारतीय संविधान निर्माता' के रूप में याद किया जाता है क्योंकि उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण किया और उसमें समाज के सभी वर्गों के अधिकारों को समाहित किया। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू नामक स्थान(गांव)पर हुआ था। डॉ. अम्बेडकर के जीवन का प्रारंभिक काल बहुत ही कठिन था। वे एक दलित परिवार से थे और उन्हें समाज में अपरिहार्य विभाजन का सामना करना पड़ा था। लेकिन उनकी मेहनत, जिज्ञासा और उत्कृष्टता ने उन्हें एक उच्च शिक्षा प्राप्त करने की संभावना दी। उन्होंने विद्यालय में अध्ययन किया, फिर विदेश गए और वहां से विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपनी शिक्षा में बहुत मेहनत की और अपने ज्ञान का विस्तार किया। डॉ. अम्बेडकर की अहम योगदानों में से एक उनका योगदान भारतीय संविधान के निर्माण में है। उन्होंने संविधान(प्रारूप)समिति के अध्यक्ष के रूप में काम किया और भारतीय संविधान को अंतिम रूप दिया। उनके द्वारा संविधान में गरीबी की समाप्ति, सामाजिक समानता, धर्मनिरपेक्षता और मानवाध

सुंदर पिचाई: आधुनिक टेक्नोलॉजी का महा नायक।

 सुंदर पिचाई का संघर्ष :

सुंदर पिचाई, जो आधुनिक टेक्नोलॉजी उद्योग के मशहूर नामों में से एक हैं, अपनी अद्भुत कार्यक्रम संचालन की कहानी के लिए प्रसिद्ध हैं। वे Google कंपनी के CEO के रूप में विख्यात हो चुके हैं और उनकी कामयाबी और प्रभावशाली प्रशंसा उनकी परिश्रम, विदेशी शिक्षा और अद्वितीय बुद्धिमत्ता की वजह से है।

Sunder pichai

सुंदर पिचाई का जन्म 10 जुलाई, 1972 को भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के मध्य भूमि में हुआ। उनके पिता का नाम रविचंद्रन है और माता-पिता ने अपनी संपूर्ण परिश्रम और समर्पण के साथ अपने बच्चों की शिक्षा में ध्यान दिया। सुंदर के पिता इंजीनियर थे और इसलिए घर पर टेक्नोलॉजी के प्रति आकर्षण भी था।

सुंदर पिचाई के परिवार का व्यापार ढहने के कारण उन्हें बचपन से ही आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बचपन में चिंतन और मेहनत के महत्व को सीखा जब वे अपने विद्यालयी दिनों में सर्वश्रेष्ठ छात्रों में शामिल होने के लिए प्रयास करते थे।अद्यतन बाद: इस लेख की रचना के दौरान, 2015 में सुंदर पिचाई को Google की मात्रिका मार्केट कैप अध्यक्ष के रूप में उन्नति कराई गई थी। उनका योगदान और नेतृत्व Google को एक वैश्विक प्रमुख ब्रांड बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।

सुंदर पिचाई ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए अद्वितीय संघर्ष किया। उन्होंने आईआईटी कड़ी में प्रवेश प्राप्त किया और वहां अपनी ऊची शिक्षा पूरी की। इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता प्राप्त करने के बाद, सुंदर पिचाई ने अमेरिका के स्टानफोर्ड विश्वविद्यालय में एमबीए की पढ़ाई की।

पढ़ाई के दौरान, सुंदर पिचाई ने अपनी बुद्धिमत्ता और अद्वितीय कौशल की वजह से विश्वविद्यालय के फैकल्टी का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने अपने अद्वितीय तकनीकी ज्ञान का प्रदर्शन करके एक छोटी सी कम्पनी, वाणिज्यिक तंत्र, के लिए रोजगार का अवसर प्राप्त किया।

सुंदर पिचाई की करियर रौशनी छोड़ देने वाली थी जब वे 2004 में Google में शामिल हुए। उनकी प्रतिभा, कठिनाइयों के बावजूद, Google के संस्थापकों लैरी पेज और सर्जे ब्रिन को ध्यान आकर्षित कर गई। सुंदर पिचाई ने जल्द ही Google के विभाजन के प्रमुख के रूप में काम करना शुरू कर दिया।

सुंदर पिचाई का जीवन परिवर्तक पल 2015 में आया, जब Google के संयोजक लैरी पेज ने उन्हें CEO के रूप में नियुक्त किया। उनका योगदान और नेतृत्व Google को एक नई ऊंचाई पर ले गया। उन्होंने विशाल सांख्यिकीय डेटा का उपयोग करके बहुआयामी विकास योजनाओं की शुरुआत की, जिससे उन्होंने Google को और अधिक महत्वपूर्ण बनाया।

सुंदर पिचाई की नेतृत्व में Google ने अनेकों उपलब्धियों को हासिल किया है। उनके द्वारा शुरू की गई पहली योजना "Android One" ने अधिकांश गरीब और उपेक्षित क्षेत्रों में सुप्रसिद्ध Android स्मार्टफोन की उपलब्धता सुनिश्चित की। इसके अलावा, उन्होंने वैश्विक उपयोगकर्ता अनुभव को सुधारने के लिए नई और उन्नत उत्पादों का विकास किया है, जैसे Google Home, Google Assistant, और Google Pixel स्मार्टफोन।

सुंदर पिचाई के लिए सम्मान और पुरस्कार अपार हैं। उन्हें फोर्ब्स के द्वारा सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक के रूप में चुना गया है और टाइम मैगज़ीन ने उन्हें वर्ष 2020 के 'व्यक्ति द्वारा वर्ष का व्यापारी' घोषित किया है।

सुंदर पिचाई की शिक्षा:

सुंदर पिचाई, जो असली नाम सुंदरराजन पिचाई है, एक भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन और गूगल कंपनी के सीईओ हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा को भारत में शुरू की और बाद में अमेरिका में अपना अध्ययन जारी रखा।

सुंदर पिचाई ने अपनी प्राथमिक शिक्षा के लिए चेन्नई, तमिलनाडु में बनारसीदास गुप्ता हाई स्कूल में अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने अपनी इंटरमीडिएट (12वीं) शिक्षा को वनिविद्यालय पब्लिक स्कूल, चेन्नई में पूरा किया।

उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में प्रवेश प्राप्त किया। वहां से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है।

इसके बाद सुंदर पिचाई ने अमेरिका में अध्ययन जारी किया और विदेशी शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने स्टानफोर्ड विश्वविद्यालय से आईटी में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की और वहां से मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की डिग्री प्राप्त की है।

सुंदर पिचाई की शिक्षा उन्हें व्यापार, तकनीक, और प्रबंधन के क्षेत्र में माहिर बनाने में मदद की है और इसका उपयोग करते हुए उन्होंने गूगल को विश्वस्तरीय और अग्रणी टेक्नोलॉजी कंपनी बनाया है।

सुंदर पिचाई की उपलब्धि:

सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) एक उद्योगमंडल कार्यकारी हैं और वर्तमान में Google LLC के पीड़ीए (CEO) हैं। उनकी उपलब्धियों में निम्नलिखित सामान्यतया शामिल हैं:

Google Chrome ब्राउज़र: सुंदर पिचाई ने Google Chrome ब्राउज़र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। इस ब्राउज़र को 2008 में लॉन्च किया गया था और यह विश्वभर में लोकप्रिय हो गया है।

Android: सुंदर पिचाई ने Google के मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम Android के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। उन्होंने Android को प्रमुख स्थान पर लाने और इसे विश्वव्यापी रूप से अपनाया है।

•Google के पीड़ीए: 2015 में, सुंदर पिचाई ने Google के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कार्यभार संभाला। इससे पहले वे Google के उत्पादन, विपणन, और टेक्नोलॉजी के माध्यम से अधिकारियों के रूप में काम कर चुके थे।

•कम्प्यूटर विज्ञान में शिक्षा: सुंदर पिचाई को कम्प्यूटर विज्ञान में उच्चतर शिक्षा मिली है। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कणपूर से अपनी स्नातक पढ़ाई की है और उन्होंने स्टानफोर्ड विश्वविद्यालय से कम्प्यूटर साइंस में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की है।

सुंदर पिचाई की सफलता का रहस्य उनके अद्वितीय बुद्धिमत्ता, नैतिकता, व्यक्तिगत गुणों, और परिश्रम में छिपा हुआ है। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन की कठिनाइयों का सामना करते हुए भी, यदि हम अपनी प्रतिभा, संघर्षशीलता, और उत्कृष्टता के साथ काम करें, तो हम सफलता को हासिल कर सकते हैं।







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